नये कवि
किसी भी भाषा की समृद्धी का प्रमुख मापदण्ड उस भाषा का काव्य संग्रह, उस काव्य संग्रह की मधुरता, भव्यता और विविधता पर निर्भर करता है और इस आधार पर हिन्दी भाषा विश्व की श्रेष्ठतम भाषाओं में अपना एक विशिष्ठ स्थान रखती है। हिन्दी को विरासत में इतनी कर्णप्रिय, लय-बद्ध और मधुर छन्दों की धरोहर मिली हुई है कि इसको किसी और का मुख देखने की आवश्यकता ही नहीं है; आवश्यकता है तो अपनी इस अमोल धरोहर को अक्षुण्ण बनाये रखने की है। इस अनमोल विरासत को अक्षुण्ण बनाये रखने के साथ साथ इसको सजाने और सँवारने का दायित्व हिन्दी भाषा के नवोदित उदीयमान कवियों के कंधों पर है। आज अपनी नवीन कृतियों को विश्व के पटल पर रखने का सर्वश्रेष्ठ साधन एक ऐसी वेब साइट से बढकर क्या हो सकता है जिसका निर्माण ही इस एक उद्देश्य को ध्यान में रखकर किया गया है।
इस वेब साइट को “nayekavi.com” जैसा इतना सार्थक नाम दिया गया है और हमारा प्रमुख उद्देश्य नये कवियों की रचनाओं को एक सशक्त मंच उपलब्ध काराना है जहाँ उन रचनाओं की उचित समीक्षा हो सके, साथ में सही मार्ग दर्शन हो सके और प्रोत्साहन मिल सके।
यह “nayekavi.com” वेब साइट उन सभी हिन्दी भाषा के नवोदित कवियों को समर्पित है जो हिन्दी को उच्चतम शिखर पर पहुँचाने के लिये जी जान से लगे हुये हैं जिसकी वह पूर्ण अधिकारिणी है। आप सभी का इस नयी वेब साइट “nayekavi.com” में हृदय की गहराइयों से स्वागत है।

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जागो देश के जवानों
जाग उठो हे वीर जवानों,
आज देश पूकार रहा है।
त्यज दो इस चिर निंद्रा को,
हिमालय पूकार रहा है।।1।।